Monday 27 August 2012

आईएएस(प्रा.) परीक्षा 2011 – प्रथम प्रश्न पत्र को जैकपॉट बनाएं

आईएएस प्रारंभिक परीक्षा में वर्ष 2011 से द्वितीय प्रश्न पत्र में एच्छिक विषय को समाप्त कर सी-सैट रखा गया है, ऐसी स्थिति में जब कि सी-सैट पहली बार आयोजित किया जा रहा है, आप प्रथम प्रश्न पत्र को ज्यादा महत्व प्रदान कर अपने अंक को आसानी से बढ़ा सकते हैं. प्रथम प्रश्न पत्र के पाठ्यक्रम में थोड़े बहुत परिवर्तन के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है कि आपको किसी अलग रणनीति बनाने की जरूरत पड़े. साथ ही अब दोनों प्रश्न पत्र के लिए समान अंक की व्यवस्था कर दी गयी है. अत: प्रथम प्रश्न पत्र में बेहतर निष्पादन से आप अपनी सफलता को सुनिश्चित कर सकते हैं. प्रथम प्रश्न पत्र की तैयारी में निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यान में रखना फायदे मंद साबित होगा: 

•    सामान्य अध्ययन के इतिहास खंड में स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित प्रश्नों को गहराई से पढने की जरूरत है.
•    आधुनिक भारत के प्रमुख व्यक्ति व उनकी उपलब्धियां, प्रशासनिक, आर्थिक विकास की अवधारणाओं को समझना भी जरूरी है. 
•    भूगोल मानचित्रों से जुडे प्रश्नों को ज्यादा से ज्यादा हल करें. एटलस देखने को अपनी आदत बनाएं. इसमें सौरमंडल, अक्षांश, देशांतरों, पर्वतों, पठारों, अभ्यारण्यों, पर्यावरणीय पारिस्थितिकी आदि प्रश्नों का अध्ययन फायदेमंद होगा. 
•    भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीतियों व अधिकारों से जुडे प्रश्नों को अधिक वरीयता दें. इसकी तैयारी के लिए पंचवर्षीय योजनाओं में उठाए गए कदम, कमेटियां, सार्वजनिक क्षेत्रों में विनिवेश की नीति, वैश्विक आर्थिक नीति, उदारीकरण, नवीन आर्थिक सर्वेक्षण आदि का अध्ययन करें. 
•    सांइस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र की बढी प्रासंगिकता के बीच आपके लिए बेहतर होगा, आप साइंस एंड टेक की तैयारी पर ज्यादा ध्यान दें. 
•    इस समय अधिक पुस्तकें पढने से बचें और नोट्स के माध्यम से रिविजन को वरीयता दें. 
•    इतिहास में महत्वपूर्ण तिथियों और घटनाओं को अधिक वरीयता दें.
•    करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिए एक डेली न्यूजपेपर व मंथली मैग्जीन पढना और न्यूज सुनना फायदेमंद होगा.

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