Wednesday 28 November 2012

जानें सफलता की एबीसी


इन दिनों युवाओं के पास कॅरियर के अनेक विकल्प मौजूद हैं, लेकिन अधिक विकल्प होने के बावजूद नौकरी आसानी से नहीं मिल रही है। इसका प्रमुख कारण यह है कि सभी अच्छी तैयारी करके परीक्षा देते हैं और सीमित सीट होने के कारण जो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं, उनका ही चयन होता है। विशेषज्ञों के अनुसार अगर कुछ बातों को ध्यान में रखकर किसी भी परीक्षा की तैयारी करते हैं, तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।


पहले लक्ष्य का करें निर्धारण
अक्सर स्टूडेंट्स को अपना लक्ष्य ही पता नहीं होता है और सभी तरह की परीक्षा देता रहता है। इसका परिणाम यह होता है कि वह कई परीक्षा में बिना तैयारी के जाता है और योग्यता होने के बावजूद असफल होने के बाद डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। अगर आपको जीवन में सफल होना है, तो सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें कि आप करना क्या चाहते हैं? लक्ष्य निर्धारित करते समय अपनी रुचि और क्षमता का विशेष ध्यान रखें। आप पहले यह आश्वस्त हो लें कि आप लॉन्ग टर्म पढाई करना चाहते हैं अथवा कुछ वर्षो के लिए। इस समय युवाओं के पास इस तरह के कई विकल्प हैं। एक बार लक्ष्य निर्धारित हो जाने के बाद उसे प्राप्त करने में आसानी होती है और व्यक्ति अपना सर्वस्व लगा देता है।
ऊंची छलांग लगाने की जरूरत
किसी भी उपलब्धि को पाने के लिए आपको ऊंची छलांग लगाने की जरूरत पडती है। हो सकता है कि आप दुनिया के सबसे तेज व प्रतिभाशाली व्यक्ति न हों, किंतु लगातार मेहनत करें तो सफलता किसी भी कीमत पर आपकी होगी।
विशेषज्ञों के अनुसार इस दुनिया में हमारी जीत निरंतर प्रयत्नशीलता पर ही टिकी है। सफलता एक निरंतर चलने वाला अभ्यास है। अगर आप अपनी कमियों को पहचानते हुए उसे निरंतर सुधारते चलेंगे तो आप किसी भी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
करेंट से रहें अवगत
आजकल की सभी परीक्षाओं में करेंट से संबंधित प्रश्नों की संख्या काफी होती है। इस कारण इसे इग्नोर नहीं किया जा सकता है। अगर आपको प्रतियोगी परीक्षा में सफल होना है, तो आप नियमित दो घंटे करेंट की तैयारी पर दें। इसे आप दिनचर्या में शामिल करें। आप अखबार पढने के साथ ही न्यूज चैनल अवश्य देखें। इसके साथ ही बाजार में करेंट अफेयर्स से संबंधित कई पुस्तक उपलब्ध हैं। आप कोई एक पुस्तक नियमित पढें। अगर आप इस तरह की रणनीति अपनाते हैं, तो आपकी तैयारी कुछ महीनों में ही बेहतर हो जाएगी और आप औरों के मुकाबले अच्छी स्थिति में होंगे।
टाइम मैनेजमेंट है आवश्यक
अगर आप ऑब्जेक्टिव टाइप की परीक्षा दे रहे हैं, तो आपके लिए टाइम मैनेजमेंट अहम है। इसके अभाव में आप किसी भी परीक्षा में सफलता प्राप्त नहीं कर सकते हैं। यह एक दिन में संभव नहीं है। यह तभी संभव है, जब आप इसका अभ्यास करते हैं। आपके लिए बेहतर होगा कि आप जिस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं सिलेबस के अनुरूप पहले उसकी तैयारी करें और तैयारी हो जाने के बाद पिछले दस वर्षो के प्रश्नों को लेकर निर्धारित समय सीमा के अंदर खूब अभ्यास करें। पिछली परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का अभ्यास करने से आपको परीक्षा पैटर्न के बारे में जानकारी बढेगी और समय रहते अपनी कमियों को जानने का अवसर भी मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार अगर आप अपनी कमजोरियों को जानकर समय रहते उसे दूर कर लेते हैं और परीक्षा देते हैं, तो सफलता के चांसेज काफी बढ जाते हैं। बेहतर स्ट्रेटेजी यह है कि आप सबसे पहले उन्हीं प्रश्नों को हल करें, जिन्हें अच्छी तरह से जानते हैं।
रणनीति पर अमल जरूरी
सिर्फ अपनी कमियों को जानने और प्लानिंग बना लेने से ही परीक्षा में सफलता नहीं मिलती है। यदि इस तरह की बातें होती तो काफी संख्या में लोग सफल हो जाते। सफलता प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि आप योजना के अनुरूप अपनी पढाई करें और इस दौरान जो भी कमियां रह जाती हैं, उन्हें समय-समय पर दूर करते चलें। इस बात का ध्यान रखें कि किसी को भी सफलता अनायास नहीं मिलती है। सफलता प्राप्त करने के लिए उसे कठिन परिश्रम करना पडता हैं और अपना सर्वस्व झोंकना पडता है। अगर आप किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सौ फीसदी देते हैं, तो कोई कारण नहीं कि आपको सफलता न मिले।
अपनाएं एबीसी फॉर्मूला
एबीसी यानी कि एबिलिटी, ब्रेक और करेज । ये तीन बातें सफलता के लिए जरूरी है। अगर आप परीक्षा में सफल होना चाहते हैं तो सबसे पहले खुद को पहचानिए कि आप क्या कर सकते हैं। अधिकतर स्टूडेंट्स अपनी साम‌र्थ्य को देखे बिना दोस्तों को देखकर अपना लक्ष्य बना लेते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि वह दोस्तों के साथ कुछ देर चलने के बाद ही थक जाता है। परिणामस्वरूप असफल हो जाता है। कहने का आशय यह है कि आप अपना लक्ष्य खुद अपनी क्षमताओं को परखकर चुनेंगे तो सफलता का चांसेज बढ जाता है। पढाई के बाद ब्रेक भी जरूरी होता है। अगर आप सिर्फ पढाई ही करेंगे तो आप बीमार पड सकते हैं। बेहतर यह होगा कि आप पढाई के दौरान ब्रेक लेते रहें। इससे क्वालिटी पढाई भी हो जाएगी और आपका स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। याद रखें कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। इस कारण इसे इग्नोर न करें। अंत में साहस का भी सफलता में महत्वपूर्ण रोल होता है। अगर किसी कारणवश आप अपनी योजना पर अमल नहीं कर पा रहे हैं या आपको बार-बार असफलता मिल रही है, तो इस समय आपका साहस ही संबल का काम करेगा। आप साहस के बल पर कठिन चुनौतियों का सामना करें और बेहतर परिस्थिति लाने के लिए कठिन परिश्रम करें। अगर इस तरह की मानसिकता है, तो आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफल हो सकते हैं।

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